Apathit Gadyansh MCQ Class 10- जनसंख्या वृद्धि देश के विकास में बाधा

किसी देश के लोग उस देश की ताकत होते हैं और अपने राष्ट्र को आगे बढ़ाने में योगदान देते हैं. लेकिन जैसा कि विद्वानों ने कहा है – अति सर्वत्र वर्जते. तो यही बात लोगों की संख्या यानी कि जनसँख्या पर भी पूर्णतया लागू होती है. आज भारत के सन्दर्भ में यह बात भली भाँती समझी जा सकती है कि जनसंख्या में वृद्धि किसी भी देश के विकास में बाधा भी उत्पन्न कर सकती है.

अपठित गद्यांश MCQ – जनसंख्या में वृद्धि किसी भी देश के विकास में बाधा | Apathit gadyansh Class 10-12 | Population Unseen Passage in Hindi

निम्नलिखित अपठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए

जनसंख्या में वृद्धि किसी भी देश के विकास में बाधा बनती है। भारत की बढ़ती हुई जनसंख्या चिंता का विषय बन गई है क्योंकि हम प्रत्येक वर्ष 1 करोड़ से अधिक व्यक्ति अपने पहले से ही बहुत बड़ी जनसंख्या में जोड़ देते हैं। बढ़ती हुई जनसंख्या ने स्थान की समस्या उत्पन्न कर दी है। आवास की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। सड़कों पर भीड़ रहती है और ट्रैफिक जाम रहते हैं। इसलिए जनसंख्या को देश का साधन एवं संध्या दोनों माना जाता है लेकिन जरूरत से ज्यादा जनसंख्या किसी भी देश के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक विकास में रुकावट पैदा करती है। आज हमारे देश भारत में लगातार बढ़ रही जनसंख्या एक विकराल समस्या बन चुकी है।

जनसंख्या वृद्धि की वजह से आज देश विकास के मामले में अन्य देशों की तुलना में काफी पीछे हो रहा है। भारत में जनसंख्या बढ़ने से गरीबी, बेरोजगारी की समस्या पैदा हो रही है। व्यापार, विकास और विस्तार गतिविधियां जरूरत से ज्यादा धीमी होती जा रही हैं। आर्थिक मंदी आ रही है। यही नहीं वनस्पतियां, जल संसाधन समेत तमाम प्राकृतिक संसाधनों की भी कमी हो रही है, और तो और खाद्य उत्पादन और वितरण भी जनसंख्या के मुकाबले नाकाम साबित हो रहा है। वहीँ बढ़ती महंगाई भी जनसंख्या वृद्धि के सबसे मुख्य कारणों में से एक है।

जनसंख्या वृद्धि के कारण ही आज लोगों को हर जगह घंटों लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, अस्पतालों, धार्मिक, सामाजिक समारोह पर इतनी भीड़ रहती है कि कई बार पैर रखने तक की जगह नहीं मिलती है। भारत में बढ़ती जनसंख्या का दुष्परिणाम यह है कि आज भारत में गरीबी रेखा से नीचे वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। पापी पेट की आग बुझाने के लिए भोजन नहीं, गर्मी में लू और सर्दी में हड्डियां चूर कर देने वाली शीत लहरों (हवाओं) से बचने के लिए वस्त्र नहीं, खुले नील-गगन के नीचे फैली हुई भूमि ही उनका आवास स्थल है।


प्रश्न I. भारत की बढ़ती हुई जनसंख्या चिंता का विषय बन गई है

कारण:
i आवास की समस्या
ii बेरोजगारी की समस्या
iii खाद्यान्न की समस्या
iv मानवीय संसाधनों की समस्या

विकल्प –

1 कारण पहला सही है
2 कारण i और ii सही है
3 कारण i, ii और iii सही हैं
4 कारण i, ii, iii और iv सही है

ANS: 4 कारण i, ii, iii और iv सही है

प्रश्न II प्रत्येक वर्ष हम लगभग कितनी जनसंख्या वृद्धि करते हैं

i 50 लाख से अधिक
ii एक करोड़ से अधिक
iii एक करोड़ से कम
iv 2 करोड़ से अधिक

ANS: ii एक करोड़ से अधिक

प्रश्न III वन, जंगल, वनस्पतियां, जल-संसाधन आदि हैं

i मानवीय संसाधन
ii कृत्रिम संसाधन
iii प्राकृतिक संसाधन
iv नवीन संसाधन

ANS: iii प्राकृतिक संसाधन

प्रश्न IV लोगों को हर जगह घंटों लाइनों में क्यों खड़ा होना पड़ रहा है

i जनसंख्या स्थिर होने के कारण
ii जनसंख्या में कमी होने के कारण
iii जनसंख्या ना होने के कारण
iv जनसंख्या वृद्धि के कारण

ANS: iv जनसंख्या वृद्धि के कारण

प्रश्न V कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए

  1. कथन (A) – जनसंख्या वृद्धि के कारण खाद्य उत्पादन बढ़ रहा है
  2. कारण (R) – जनसंख्या वृद्धि के कारण आर्थिक मंदी आ रही है

i कथन (A) गलत है किंतु कारण (R) सही है
ii कथन (A)और कारण (R) दोनों सही हैं
iii कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) के संदर्भ में सही नहीं है
iv कथन (A)और कारण (R) दोनों गलत है और कारण, कथन के संदर्भ में सही है

ANS: i कथन (A) गलत है किंतु कारण (R) सही है

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