सोशल मीडिया निबंध : अर्थ, फायदे और नुकसान

आधुनिक समाज में सोशल मीडिया की क्या भूमिका है? आज के बच्चे पढ़ाई को अनदेखा कर सोशल मीडिया की तरफ आकर्षित क्यों हो रहे हैं? सोशल मीडिया का समाज पर क्या प्रभाव पड़ रहा है और किस तरह इसके नकारात्मक पहलुओं को फायदेमंद तरीके से उपयोग किया जा सकता है| सोशल मीडिया का अर्थ और फायदे -नुकसान पर प्रकाश डालते हुए इस आर्टिकल में समझाते हैं|Essay on Social Media in Hindi

सोशल मीडिया निबंध : अर्थ, फायदे और नुकसान

सोशल मीडिया का अर्थ? What is social media?

मीडिया’ शब्द का अर्थ है जनसंचार के तरीके। इसलिए ‘सोशल मीडिया’ शब्द का अर्थ है समाज के साथ संवाद करने के तरीके। गूगल के अनुसार 1997 में एक नया प्रकार का प्लेटफ़ॉर्म उभरा, जहाँ इसके उपयोगकर्ता अपनी पहचान दिखाने के लिए एक प्रोफ़ाइल चित्र लगा सकते थे और नए मित्र बना सकते थे। तब से बहुत सारी वेब साइट सामने आईं जहाँ उपयोगकर्ता अपने ऑनलाइन मित्रों के साथ बातचीत कर सकते हैं। इन साइटों को सोशल मीडिया साइट्स के नाम से जाना जाता है।

लोग सोशल मीडिया पर क्या करते हैं?

 ये वेबसाइट यूज़र (उपयोगकर्ताओं) को अपनी निजी बातें, फोटो और मन के विचार अपने दोस्तों के साथ बाँटनें के लायक बनती हैं । फेसबुक, व्हाट्सएप, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट और ट्विटर सोशल मीडिया साइटों के लोकप्रिय नाम हैं। पहले यह कंप्यूटर का उपयोग करके किया गया था लेकिन स्मार्ट फोन के आविष्कार के साथ ये सोशल साइट्स हर उम्र के लोगों से बस एक क्लिक की दूरी पर हैं। सोशल मीडिया साइट्स हर लिंग, आयु, धर्म, राष्ट्रीयता और मानक के लोगों से भरे हुए हैं।

लोग सोशल मीडिया की तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं? यह सवाल उन लोगों के दिमाग में आता है जो अभी भी सोशल मीडिया के जादू से अछूते हैं। लेकिन एक बार इन साइटों पर पंजीकृत होने के बाद उनके उपयोगकर्ता इनके आदी हो जाते हैं। आप यहाँ पर अपनी पार्टी की तस्वीरें और वीडियो दिखा सकते हैं, अपनी नई कार दिखा सकते हैं, अपनी शादी की तस्वीरें और नृत्य वीडियो पोस्ट कर सकते हैं, अपनी दैनिक स्थिति को अपडेट कर सकते हैं। यहां तक ​​कि लोग एक दूसरे के पोस्ट को लाइक और कमेंट कर सकते हैं। आपको दूसरों के जीवन के मामलों में अपनी नाक अड़ाने का मौका मिलता है। यही मुख्य कारण है कि लोग इन दिनों सोशल साइट्स पर छाए हुए हैं।

सोशल मीडिया के फायदे, Benefits of social media in Hindi

यह हमेशा एक व्यक्ति के ऊपर होता है कि वह तकनीकी प्रगति पर किस तरह की प्रतिक्रिया करता है। सोशल मीडिया का उपयोग किसी भी दूर के स्थानों से सीधा प्रसारण (live telecast) देखने के लिए किया जा सकता है। जैसे-जैसे ऑनलाइन शॉपिंग पूरी दुनिया में अपना जाल फैला रही है, सोशल मीडिया विज्ञापन उत्पादों के लिए एक बेहतरीन मंच है। इस तरह यह रोजगार के ढेर सारे अवसर पैदा कर रहा है।

विदेश में रहने वाले अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ आसानी से संवाद कर सकते हैं। वीडियो कॉल का विकल्प उन माता-पिता के लिए एक जादू की छड़ी की तरह है, जिनके बच्चे शैक्षिक और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए घर से बाहर गए हैं।

आज ब्लॉग्गिंग के माध्यम से लोग अपना ज्ञान और हुनर विश्व के हर कोने में पहुंचा सकते हैं | यूट्यूब के द्वारा विडियो ब्लॉग्गिंग की तो जैसे बाढ़ ही आ गयी है|

सोशल मीडिया के खतरे (नुकसान), Disadvantages of social media in Hindi

समय की बर्बादी

जब कोई व्यक्ति किसी नई अवधारणा की ओर आकर्षित होता है और उसमें संतुलन नहीं रख पाता है, तो यह समय और संसाधनों की बर्बादी का कारण बन जाता है। हमें सोशल मीडिया का गुलाम बनने की बजाय अपने उपयोग पर नियंत्रण रखना चाहिए। जैसा कि वे कहते हैं, “अधिकता हर चीज़ की बुरी होती है” | इसी प्रकार अगर हम दिन के २० घंटे कंप्यूटर के सामने ही बिता देंगे तो बाकी काम कब करेंगे |

गोपनीयता की समस्या

 जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ती है, नकारात्मक तत्व पीछे नहीं हटते। साइबर विकास में छलांग के साथ, साइबर अपराध खतरनाक गति से बढ़ रहे हैं।

दिखावा करने के लिए पैसे की बर्बादी

 कई बार किशोर अपने माता-पिता को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों को दिखाने के लिए उन्हें महंगे ब्रांड के सामान खरीदने के लिए मजबूर करते हैं

बच्चे शिक्षा से दूर हो रहे हैं

हमारे स्कूल जाने वाले बच्चे सोशल साइट्स की फैंसी दुनिया की ओर आसानी से खिंचे चले जाते हैं और अपनी पढ़ाई से विचलित हो जाते हैं। परिणामस्वरूप उन्हें अच्छे अंक नहीं मिलते हैं जिसके कारण माता-पिता के साथ तनाव उत्पन्न हो सकता है |

अफवाह फैलाना और गलत जानकारी देना

सोशल मीडिया साइटों का बड़े पैमाने पर गलत जानकारी फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। लोग इन साइटों पर भ्रामक पोस्ट करते हैं जो आतंक, भ्रष्टाचार, धार्मिक मतभेद, जातिवाद आदि को जन्म दे सकती हैं।

वास्तविक दुनिया से आभासी दुनिया में प्रवेश

अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण ; जैसे -जैसे हम ऑनलाइन दोस्त बनाते हैं हम अपने वास्तविक जीवन के दोस्तों और परिवारों को भूल रहे हैं। हमारे वास्तविक जीवन से दूर, काल्पनिक जीवन में डूबते जा रहे हैं |

निष्कर्ष: सोशल मीडिया निबंध

हमें हमेशा अपने वास्तविक और आभासी जीवन में संतुलन बनाए रखना चाहिए और दोनों का आनंद लेना चाहिए।

शब्दअर्थ
जनसंचार आम लोगों तक पहुंचाना
संवाद बातचीत
पंजीकृत रजिस्ट्रेशन
विज्ञापन किसी उत्पाद को बेचने के लिए सूचना देना
ब्लॉग्गिंग अपने विचार इन्टरनेट द्वारा दूसरों तक भेजना
आभासी जो असलियत में नहीं है,काल्पनिक

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